लोकसभा में दानिश अली पर रमेश बिधूड़ी की आपत्तिजक टिप्पणी के बाद उनकी हर तरफ कड़र आलोचना हो रही है. सिर्फ विपक्ष ही नहीं पार्टी के भीतर भी कोई नेता उनके बयान का समर्थव नहीं कर रहा है. अब बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने रमेश बिधूड़ी की सांप्रदायिक टिप्पणी की निंदा की है. लेकिन उन्होंने सदन के भीतर दानिश अली के आचरण की जांच की भी मांग उठाई है. निशिकांत दुबे ने कहा कि रमेश बिधूड़ी की टिप्पणी सभ्य समाज के लिए बिल्किल भी ठीक नहीं है. लोकसभा में दिए गए उनको बयान को सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता. इसके लिए सिर्फ निंदा काफी नहीं हो सकती लेकिन लोकसभा अध्यक्ष को सांसद दानिश अली के अशोभनीय शब्दों और आचरण की भी जांच करनी चाहिए. ये बात बीजेपी सासंद ने एक्स पर एक ट्वीट के जरिए कही है.
‘दानिश अली ने भी तोड़ा सदन का नियम’
निशिकांत दुबे ने कहा कि लोकसभा में किसी भी सांसद को उसके तय किए गए समय के दौरान टोकना, बैठे-बैठे बोलना और रनिंग कमेंट्री करना भी के नियमों और प्रक्रियाओं के तहत दंड का भागी बनता है. बता दें कि बिधूड़ी के बयान का विपक्ष तेजी से विरोध कर रहा है. जिसके बाद बीजेपी ने अपने सांसद को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.उनसे 15 दिनों के भीतर असंसदीय भाषा पर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
बिधूड़ी की टिप्पणी के बाद शुक्रवार को एनडीटीवी से बात करते हुए दानिश अली भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि अगर रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह अपनी संसद की सदस्यता छोड़ने पर विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि उनको पूरी रात नींद नहीं आई. उनको लग रहा था कि जैसे उनका दिमाग फटने वाला है.
‘बिधूड़ी के शब्दों से पूरा देश शर्मसार’
दानिश अली ने सवाल किया कि क्या संसद का विशेष सत्र निर्वाचित सांसदों पर उनके समुदाय को लेकर हमला करने के लिए बुलाया गया था. इस घटना से पूरा देश शर्मसार हो गया है. अब बीजेपी उनके खिलाफ कार्रवाई करती है या फिर उनको बढ़ावा देती है वह यह देखना चाहते हैं. बिधूड़ी के शब्द नफरत फैलाने वाले हैं. उन्होंने स्पीकर से बीजेपी सांसद के खिलाफ कार्रवाई करे की मांग की है. बता दें कि बिधूड़ी ने लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. जिसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने उनको चेतावनी भी दी थी.