प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं का स्वागत किया और महामारी के बाद ‘वैश्विक विश्वास की कमी’ के माहौल को विश्वास के रिश्ते में बदलने का आह्वान किया. जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की शुरुआत में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में पीएम मोदी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच जी20 समूह के स्थायी सदस्य के रूप में 55 सदस्य देशों के समूह अफ्रीकी संघ (एयू) का भी स्वागत किया.
पीएम मोदी ने कहा, “भारत की जी20 की अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर दोनों जगह समावेशन का प्रतीक बन गई है.” विश्व के नेताओं के सामने पीएम मोदी ने कई बड़े प्रस्ताव रखे. उन्होंने कहा समावेशी ऊर्जा पारगमन के लिए खरबों डॉलर की आवश्यकता है. इसमें विकसित देश बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं.
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरा प्रस्ताव है कि जी20 देश ‘ग्रीन क्रेडिट पहल’ पर काम करना शुरू करें. भारत ने ‘पर्यावरण और जलवायु अवलोकन के लिए जी20 उपग्रह मिशन’ शुरू करने का प्रस्ताव रखा है.’ उन्होंने कहा, ‘हम वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन बना रहे हैं और भारत आप सभी को इस पहल में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है’.
जी20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण को 20 प्रतिशत तक ले जाने के लिए वैश्विक स्तर पर पहल का प्रस्ताव दिया है. सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने जापान के अपने समकक्ष फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की. उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता की.