Biparjoy Cyclone: गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है।
Cyclone Biparjoy गुजरात तट से 200 किलोमीटर से भी कम दूरी पर रह गया है। बताया जा रहा है शाम तक ये टकरा जाएगा। साथ ही भारी बारिश और तूफान के बढ़ने की आशंका के कारण संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले 74,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
प्रशासन ने कच्छ जिले में समुद्र के किनारे से सटे 10 किमी तक करीब 120 गांवों से लोगों को स्थानांतरित कर दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बिपरजॉय के जखाऊ बंदरगाह के पास बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में टकराने की उम्मीद है, जिसमें अधिकतम हवा की गति 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
विंग कमांडर एन मनीष ने कहा कि लोगों में चक्रवात को लेकर डर है। इसलिए जनता को होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए सभी सशस्त्र बल जो सेना, नौसेना, वायु सेना और भारतीय तट रक्षकों ने खुद को तैयार किया है। वह स्थानीय लोगों की हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने पूरे गुजरात के साथ-साथ मांडवी और द्वारका के स्थानों पर 27 से अधिक राहत स्तंभों को तैनात किया है। सेना के अधिकारियों ने भी नागरिक प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ टीमों के साथ संयुक्त रूप से राहत अभियान शुरू किया है।
गुजरात के जूनागढ़ जिले में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। तटों के किनारे स्थिति घरों में समुद्र का पानी घुस गया है। स्थानीय लोगों और मछुआरों के अलर्ट जारी किया गया है। गेटवे ऑफ इंडिया पर समुद्र में लगातार लहरें उठ रही है। आज चक्रवात बिपरजॉय के गुजरात में दस्तक देने की आशंका है। मुंबई में सुबह 10 बजकर 29 मिनट पर हाई टाइड का अनुमान है।
गुजरात के जूनागढ़ जिले में ज्वार की लहरों के कारण समुद्र का पानी तट पर स्थित घरों में घुस रहा है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि Cyclone Biparjoy सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रही है। उन्होंने कहा कि यह शाम तक तट पर पहुंचेगा। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा कि तटीय इलाकों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बुधवार सुबह तक पूरी कर ली गई। 74,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। आठ तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया। अकेले कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को निकाला गया। इसके बाद जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।
पाकिस्तान में भी लगातार चक्रवात बिपरजॉय का डर बना हुआ। मौसम विभाग के अनुसार आज सिंध के केटी बंदर से चक्रवात बिपरजॉय टकराएगा, गुजरात के द्वारका में बिपरजॉय का डर साफ देखा जा सकता है। चक्रवात की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को आज श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है। इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात बिपरजॉय पर समीक्षा बैठक की।
गुजरात में Cyclone Biparjoy के प्रभाव से मांडवी के समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। वहीं, अमृतसर के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश हुई। अहमदाबाद सीमा सुरक्षा बल के आईजी रवि गांधी ने बताया कि BSF अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात हैं और जो चक्रवात बिपरजॉय आने वाला है उसका असर सीमवर्ती इलाकों में है। उन्होंने कहा कि सभी जवान अलर्ट हैं और जरूरी तैयारियां की गई हैं। इस विपदा से निपटने के लिए जो भी प्रयास कर सकते हैं वो कर रहे हैं।
वहीं, राजस्थान के उदयपुर एडीएम ओपी बुनकर ने कहा कि आज मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टर, एसपी के साथ चक्रवात बिपरजॉय को लेकर एक समीक्षा बैठक की। उदयपुर वासियों से 16 और 17 जून को विशेष सर्तकता बरतने की अपील की गई है।
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि पिछले 5 दिनों से राज्य व जिला प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों पर रह रहे लोगों को शरण स्थलों में शिफ्ट किया है। उनके खाने, पीने, दवा आदि की व्यवस्था की गई है। NDRF, SDRF, आर्मी की टीमें तैनात की गई है।
जामनगर के रसूलनगर गांव के लोगों ने चक्रवात बिपरजॉय के खतरे से बचने के लिए अपने गांव के चारों ओर रस्सियां लगा दी हैं। द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। ओखामंडल के मीठापुर क्षेत्र में तेज बारिश हो रही है।
वर्तमान में Cyclone Biparjoy गुजरात के तट से करीब 220 किमी दूर है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह सौराष्ट्र और कच्छ को पार करेगा और शाम तक जखाऊ बंदरगाह के पास मांडवी और कराची के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करेगा।
दिल्ली के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने बताया कि चक्रवात में ट्रांसमिशन लाइन में खराबी की संभावना रहती है, उसे लेकर हमने सारी तैयारी कर ली है। गुजरात में इंटरस्टेट और इंट्रास्टेट ट्रांसमिशन लाइन को चेक कर लिया है। राज्य सरकार से लगातार संपर्क में हैं।
मुंबई के आईएमडी प्रमुख सुनील कांबले ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय फिलहाल मुंबई से दूर है। चक्रवात पोरबंदर 300 किमी दूर है। 15 जून दोपहर को मांडवी और करांची के बीच बिपरजॉय के टकराने की संभावना है। अगले 24 घंटे कच्छ और सौराष्ट्र में भारी बारिश होगी।
Cyclone Biparjoy Live: खतरनाक ‘बिपरजॉय’ पहुंचा गुजरात के करीब, भारी बारिश और तूफान की चेतावनी
गुजरात के तटों की तरफ बढ़ रहा चक्रवात बिपरजॉय बेहद खतरनाक रूप ले चुका है। आज शाम चार से रात आठ बजे के बीच कच्छ के जखाऊ में जमीन से टकराने की आशंका है। मौसम विभाग ने इससे भारी तबाही की चेतावनी दी है। कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। किसी भी हालात से निपटने के लिए गुजरात और महाराष्ट्र में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 33 टीमें तैनात की गई हैं। सेना भी तैयार है। तटवर्ती 8 जिलों से 74,345 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए आश्रय घरों में पहुंचा दिया गया है। चक्रवात के बाद यातायात व बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए करीब छह सौ टीमें बनाई गई हैं।