भारत इस बार G20 की अध्यक्षता कर रहा है। वहीं, देश भर में जी20 की बैठकें आयोजित की जा रही हैं। इसी क्रम में G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की आखिरी बैठक गोवा में सोमवार से आयोजित की जाएगी। यह बैठक22 जून तक चलेगी। इस बैठक में जी20 देशों के टूरिज्म मिनिस्टर शामिल होंगे। वहीं, इसमें पर्यटन मंत्रालय की ओर से क्रूज टूरिज्म, ग्लोबल टूरिज्म प्लास्टिक इनिशिएटिव और पब्लिक प्राइवेट सेक्टर की महत्वपूर्ण पहलों पर साइड इवेंट्स का आयोजन किया जाएगा।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव वी विद्यावती ने इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की चार दिवसीय बैठक के दौरान सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त हासिल करने के लिए एक रोडमैप पारित किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने टूरिज्म वर्किंग ग्रुप के दो प्रमुख डिलिवरेबल्स को अंतिम रूप देने में सकारात्मक प्रगति की है। उन्होंने कहा कि इसकी तीन बैठकें पहले ही हो चुकी हैं।
इन क्षेत्रों में काम कर रहा भारत
विद्यावती ने कहा, भारत केG20 टूरिज्म ट्रैक के तहत टूरिज्म वर्किंग ग्रुप ग्रीन टूरिज्म, डिजिटलाइजेशन, स्किल्स, टूरिज्म एमएसएमई और डेस्टिनेशन मैनेजमेंट के पांच इंटरकनेक्टेड प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि क्रूज पर्यटन और पर्यटन में प्लास्टिक की सर्कुलर अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के सचिव वी विद्यावती ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि कार्य समूह चार दिवसीय बैठक के दौरान सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने के लिए एक वाहन के रूप में पर्यटन के लिए गोवा रोडमैप पारित करेगा।
विद्यावती ने कहा, भारत के G20 टूरिज्म ट्रैक के तहत टूरिज्म वर्किंग ग्रुप ग्रीन टूरिज्म, डिजिटलाइजेशन, स्किल्स, टूरिज्म एमएसएमई और डेस्टिनेशन मैनेजमेंट के पांच इंटरकनेक्टेड प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर काम कर रहा है।उन्होंने कहा कि ये प्राथमिकताएं पर्यटन क्षेत्र के परिवर्तन में तेजी लाने और 2030 के सतत विकास लक्ष्यों के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पर्यटन मंत्रालय के अपर सचिव राकेश वर्मा ने कहा कि पर्यटन कार्य समूह की बैठक के लिए आठ देशों के 150 प्रतिनिधियों के पंजीकरण की पुष्टि की गई है। उन्होंने कहा कि आयोजन के दौरान द्विपक्षीय बैठकें होंगी, जिसमें भारत और अमेरिका के बीच एक बैठक भी शामिल है। गोवा में कार्यकारी समूह की बैठक और पर्यटन मंत्रियों की बैठक का उद्देश्य आर्थिक विकास को मजबूत करना, सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और क्षेत्र के सतत विकास को बढ़ावा देना है।