Lucknow: सदन के शीतकालीन सत्र में संपलेज बजट पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने Uttarakhand में हुए टनल हादसे में फंसे श्रमिकों के लिए राज्य सरकार द्वारा की गई कदमों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि North Kashi के Bandhu टनल हादसे में 41 श्रमिक फंसे थे। इनमें से 8 श्रमिक UP से थे। घटना 12 November को हुई थी और 13 November को UP सरकार का एक प्रतिष्ठानिधि वहां पहुंचा।
CM Yogi ने बताया कि Uttar Pradesh सरकार का प्रतिष्ठानिधि वहां कैम्पिंग कर रहा था और भारत सरकार और कंपनी के लोगों के साथ संवाद स्थापित कर रहा था। Double Engine सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम किया कि टनल में फंसे श्रमिकों का मोराल नहीं टूटे और उनकी सामान्य दिनचर्या में बाधा नहीं डाली जाए। उन्होंने कहा कि सरकार पहले ही श्रमिकों के प्रति संवेदनशील थी और आगे भी रहेगी।
सदन से सरकार ऑफ इंडिया और बचाव टीम को धन्यवाद भेजा जाए।
CM Yogi ने कहा कि UP से आए श्रमिकों में से कुल आठ लोग लौटे, Shravasti से 6, Lakhimpur Kheri से 1, और Mirzapur से 1। कुर्सी से निवेदन करते हुए उन्होंने कहा कि स्पीकर, सदन की ओर से प्रधानमंत्री, भारत सरकार और सम्पूर्ण बचाव टीम को आभार भेजना चाहिए। जिस प्रकार से बचाव कार्रवाई को तत्परता और धैर्य के साथ किया गया है, वह खुद में एक उत्कृष्ट उदाहरण है।