शिरोमणि अकाली दल ने मंगलवार को आप पर समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर ”दोहरी बातें” करने का आरोप लगाया और जोर देकर कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपनी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहें।
पंजाब की विपक्षी पार्टी की यह टिप्पणी तब आई जब मान ने समान नागरिक संहिता को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और उस पर चुनाव नजदीक आने पर धर्म का मुद्दा उठाने का आरोप लगाया।
पिछले हफ्ते, आम आदमी पार्टी ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को अपना “सैद्धांतिक समर्थन” दिया, लेकिन कहा कि इसे हितधारकों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद आम सहमति से लाया जाना चाहिए।
आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा था, “आप सैद्धांतिक रूप से यूसीसी का समर्थन करती है। (संविधान का अनुच्छेद 44) भी इसका समर्थन करता है।”
शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने मंगलवार को एक बयान में कहा, “यह चौंकाने वाली बात है कि आप राज्यसभा में यूसीसी के पक्ष में मतदान करना चाहती है, जबकि भगवंत मान यह कहकर पंजाबियों को बेवकूफ बना रहे हैं कि पार्टी पंजाब में इसके खिलाफ है।” ।”
इस ‘दोहरी बात’ को खत्म करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, ‘आप ने पहले सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे पर भी यही धोखा अपनाया था।’
“(संदीप) पाठक ने राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि आप सैद्धांतिक रूप से यूसीसी के पक्ष में है। इसका मतलब है कि पार्टी राज्यसभा में अनुमोदन के लिए रखे जाने के बाद यूसीसी के पक्ष में मतदान करने के लिए तैयार थी। यूसीसी के खिलाफ पंजाब के मुख्यमंत्री के बयान का इस संदर्भ में कोई मतलब नहीं है,” अकाली नेता ने कहा।
चीमा ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री पंजाबियों को ”धोखा देने की कोशिश नहीं” कर रहे हैं, तो उन्हें केजरीवाल से पार्टी के राज्यसभा सदस्य को यूसीसी पर अपना बयान वापस लेने और मान के समान रुख अपनाने का निर्देश देने के लिए कहना चाहिए।