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भारतीय सैनिकों को भी फंसाना चाहती थी सीमा हैदर, ‘फूफी’ कोडवर्ड से खुलेंगे जासूसी के राज

यूपी एटीएस ने सीमा हैदर से ये भी पूछा कि क्या मोबाइल से बातचीत में कभी ‘फूफी और फल के कोडवर्ड का भी प्रयोग किया था? आईएसआई में ‘फूफी’ उस शख्स को कहा जाता है, जो दूसरे देश से जुड़ी जानकारियां आईएसआई तक भेजने का काम करता है.

यूपी एटीएस की टीम इस समय सीमा हैदर से पूछताछ में जुटी है. लगातार दूसने दिन मंगलवार को भी उससे एटीएस ने कुछ अहम सवाल-जवाब किए, लेकिन सीमा का साफ-साफ कहना है कि वह जासूस नहीं है. सीमा ने जासूस होने से साफ इनकार कर दिया. सीमा ने कहा कि मैं कोई जासूस नहीं हूं. मैं सचिन के प्यार में यहां आई हूं. एटीएस ने ये भी पूछा कि क्या तुम्हें किसी ने मोबाइल फोन पर मैसेजिंग और इंटरनेट से चैटिंग में सावधानी बरतने के लिए कहा था?

सूत्रों के मुताबिक, सीमा के मोबाइल फोन से जो चैट डिटेल बरामद हुए हैं, उसमें उसने बेहद सधी और साफ भाषा का इस्तेमाल किया हुआ है. खास बात है कि चैट भी एकदम साफ हिंदी और कुछ शब्द इंग्लिश में (हिंगलिश का इस्तेमाल) की गी है, जबकि पूछताछ में सीमा ने बताया कि उसने हिंदी और इंग्लिश जेल में बोलना सीखा है.

क्या कोई कोड वर्ड भी इस्तेमाल करती थी बातचीत करने में?
पूछताछ में यूपी एटीएस ने ये भी पूछा कि क्या कभी ‘फूफी और फल के कोडवर्ड का भी प्रयोग किया था? बता दें कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई में ‘फूफी’ उस शख्स को कहा जाता है, जो दूसरे देश से जुड़ी जानकारियां आईएसआई तक भेजने का काम करता है. वहीं ‘फल’ का नाम रुपयों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यूपी एटीएस ने ये भी पूछा कि तुम इतनी शुद्ध हिंदी कैसे बोल लेती हो? तुम्हें हिंदू रीति-रिवाजों के बारे में कैसे पता है?

हालांकि सीमा हैदर के नोएडा स्थित रबूपुरा गांव तक पहुंचने में किन लोगों ने मदद की, इसे लेकर वह सही जवाब नहीं दे पाई है. यूपी एटीएस को पूछताछ में एक और महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई. सीमा ने कुछ सैन्य अधिकारियों को भी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी, लेकिन क्यों रिक्वेस्ट भेजी? इसका उसने सीधा जवाब नहीं दिया. उसने गोलमोल जवाब ही दिया. उसने कहा कि ये तो रेंडम भेजी थी. उसको नहीं पता था कि वो इंडियन आर्मी से हैं.

अभी तक ATS के हाथ नहीं लगा कोई बड़ा सबूत
यूपी एटीएस की टीम सीमा का मोबाइल डेटा खंगाल रही है. सीमा के भाई और चाचा के पाकिस्तान आर्मी में होने के लेकर कई सवाल जवाब किए गए. अभी तक जासूसी एंगल पर यूपी एटीएस के हाथ कोई बड़ा सबूत नहीं लगा है. हालांकि जांच अभी जारी है. सीमा के पति गुलाम हैदर ने भी दावा किया है की सीमा ने बताया था कि उसका भाई आसिफ कराची में आर्मी में था और सीमा का चाचा गुलाम अकबर इस्लामाबाद में आर्मी में बड़े ओहदे पर है. एटीएस ने इस एंगल पर भी सीमा से पूछताछ की.

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